नई दिल्ली 2015 में हुई मार्ग दुर्घटना में आठ साल से रोहित ने न सिर्फ अपने बडे़ भाई और दो अन्य रिश्तेदारो को खोया बल्कि हादसे ने उसकी रीढ की हड्डी की संवेदना भी ले ली। वह सामान्य नित्य क्रिय